दुनिया के बारे में
बदनसीबी की पहचानरसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :चार चीजें बदनसीबी की पहचान है : (1) आँखों का खुश्क होना। (के अल्लाह के खौफ से किसी वक्त भी आँसू न टपके)।...
दुनिया के बारे में
मौत और माल की कमी से घबरानारसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया:“आदमी दो चीजों को नापसंद करता है (हालांकि दोनों उस के लिये बेहतर हैं) एक मौत को, हालाँ के मौत फितनों...
दुनिया अमल की जगह हैंकुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है :“हर ऐसे शख्स के लिए बड़ी खराबी है, जो ऐब लगाने वाला और ताना देने वाला हो, जो माल जमा करता हो और उस को गिन गिन...
ऐश व इशरत से बचनारसूलुल्लाह (ﷺ) ने हज़रत मुआज़ (र.अ) को जब यमन भेजा तो फर्माया के“नाज व नेअमत की जिंदगी से बचना इस लिए के अल्लाह के बंदे ऐश व इशरत करने वाले नहीं होते।”[...
दुनिया अमल की जगह हैरसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :"दुनिया लम्हा ब लम्हा गुज़रती जा रही है और आखिरत सामने आती जा रही है और इस दुनिया में) दोनों के चाहने वाले मौजूद हैं, तुम...
दो आदतेंरसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया :"जो शख्स दीनी मामले में अपने से बुलंद शख्स को देख कर उस की पैरवी करे और दुनियावी मामले में अपने से कम तर को देख कर अल्लाह तआला की अता...