मौत और माल की कमी से घबराना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया:“आदमी दो चीजों को नापसंद करता है (हालांकि दोनों उस के लिये बेहतर हैं) एक मौत को, हालाँ के मौत फितनों से बचाव है, दूसरे माल की कमी को, हालांकि जितना माल कम होगा उतना ही हिसाब कम होगा।”
[ मुस्नदे अहमद: 23113 ]
इस हदीस से यह शिक्षा मिलती है कि इंसान जिन चीज़ों को नापसंद करता है, उनमें भी उसकी भलाई हो सकती है, और यह अल्लाह की हिकमत और रहमत का हिस्सा है।
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