Sunday, February 12, 2023

ऐश व इशरत से बचना



ऐश व इशरत से बचना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने हज़रत मुआज़ (र.अ) को जब यमन भेजा तो फर्माया के

“नाज व नेअमत की जिंदगी से बचना इस लिए के अल्लाह के बंदे ऐश व इशरत करने वाले नहीं होते।”

[ मुसनदे अहम: २१६१३]

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