Monday, September 16, 2024

हज व उमरह एक साथ करना

हज व उमरह एक साथ करना
हज व उमरह एक साथ करनारसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “हज और उमरह को एक साथ किया करो इस लिए के वह दोनों फक्र और गुनाहों को खत्म कर देते हैं, जैसा के भट्टी लोहे और सोने...

रात में सूरह दुखान पढ़ना

रात में सूरह दुखान पढ़ना
 एक अहेम अमल की फजीलतरात में सूरह दुखान पढ़ना रसुलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : " जिस शख्स ने रात में " हा मीम अद दुखान " ( यानी सूट - ए - दुखान ) पढ़ी उसके लिए सत्तर...

Sunday, August 25, 2024

बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाब

बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाब
बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाबरसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :“बेवा और मिस्कीनों की जरुरत पूरी करने वाला, अल्लाह के रास्ते के मुजाहिद की तरह या तो दिन में रोजा रखने वाले...

हज के दौरान गुनाहों से बचना

हज के दौरान गुनाहों से बचना
हज के दौरान गुनाहों से बचनारसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :“जिस ने हज के दौरान बीवी से न जिमा किया और न ही किसी छोटे बड़े गुनाह का इर्तिक़ाब किया, तो उसके पिछले सारे गुनाह माफ़...