बैतुल्लाह की तामीर. अल्लाह तआला ने इन्सानों की पैदाइश से हज़ारों साल पहेले फ़रिश्तों के ज़रिए बैतुल्लाह (खाना-ऐ-काबा) तामीर कराई, यह रूए ज़मीन पर पहेला बाबरकत...
ज़मज़म का चश्मा. हज़रत इब्राहीम (अलैहि सलाम) अल्लाह के हुक्म से अपनी बीवी हाजरा (ऱ.अ) और लख्ते जिगर इस्माईल (अलैहि सलाम) का बेआब व गयाह और चटियल मैदान में छोड़ कर चले...
हज़रत अबू उबैदह बिन जर्राह (र.अ)हजरत अबू उबैदह बिन जर्राह (र.अ) का अस्ल नाम आमिर बिन अब्दुल्लाह है। वह भी उन मुबारक हस्तियों में हैं जिन्हें रसूलुल्लाह (ﷺ) ने दुनिया में...