Monday, September 16, 2024

फिजूलखर्ची मत किया करो

क़ुरान की नसीहत

फिजूलखर्ची मत किया करो
कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है:“ऐ आदम की औलाद ! तुम हर मस्जिद की हाज़री के वक्त अच्छा लिबास पहन लिया करो और खाओ पियो और फिजूलखर्ची मत किया करो, बेशक अल्लाह तआला फुजूल खर्ची करने वालों को पसन्द नहीं करता।”
[ सूरह आराफ़: 31 ]



यह आयत इंसान को साफ-सुथरा और मर्यादित जीवन जीने की शिक्षा देती है, खासकर इबादत के वक्त अच्छे लिबास पहनने और फिजूलखर्ची से बचने का हुक्म देती है, जिससे इंसान की ज़िम्मेदारी और संयम का महत्व सामने आता है।

Friday, June 9, 2023

वसिय्यत के लिए दो इंसाफ पसंद लोग गवाह हो


वसिय्यत के लिए दो इंसाफ पसंद लोग गवाह हो

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है:

“ऐ ईमान वालो ! जब तुम में से किसी को मौत आने लगे, तो वसिय्यत के वक्त शहादत के लिए तुम में से दो इन्साफ़ पसंद आदमी गवाह होने चाहिए या तुम्हारे अलावा दुसरी क़ौम के लोग भी गवाह बन सकते हैं अगर मुसलमान न मिले।”

[सूर-ए-मायदा : 106]

Monday, January 16, 2023

अल्लाह तआला के साथ किसी को शरीक न करो


अल्लाह तआला के साथ किसी को शरीक न करो

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है :

“अल्लाह तआला के साथ किसी को शरीक न करो, मां बाप के साथ अच्छा सुलूक करो और तंगदस्ती के खौफ़ से अपनी औलाद को क़त्ल न करो, हम तुम को भी रिज्क देते हैं और उन को भी,खुले और छपे बेहयाई के कामों के क़रीब न जाओ।”

[सूर-ए-अनाम : 151