एक सुन्नत के बारे में
मुसीबत के वक्त की दुआ
जब कोई मुसीबत पहुँचे या उसकी खबर आए, तो यह दुआ पढ़ेः
“इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलाही राजिऊन”
तर्जमा : हम सब (मअ माल व औलाद हकीक़त में) अल्लाह तआला ही की मिल्कियत में है और मरने के बाद) हम सब को उसी के पास लौट कर जाना है।
[ सूर-ए-बकरह: 156 ]
इस आयत का मतलब यह है कि इंसान को मुसीबत या कठिनाई के वक्त अल्लाह की ओर लौटना चाहिए और यह याद रखना चाहिए कि इस दुनिया की हर चीज़ अल्लाह की है, और आख़िरत में सब उसी की ओर वापस जाना है। यह दुआ सब्र और अल्लाह के फ़ैसले को क़बूल करने की भावना को दर्शाती है।