रुखसत के वक्त मुसाफह करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी को रुखसत फर्माते तो,
“उस का हाथ अपने हाथ में ले लेते और उस वक्त तक (उस का हाथ) न छोड़ते,जब तक के वह आपके हाथ को खूद न छोड़ दे।”
[ तिर्मिजी: ३४४२ ]
रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी को रुखसत फर्माते तो,
“उस का हाथ अपने हाथ में ले लेते और उस वक्त तक (उस का हाथ) न छोड़ते,जब तक के वह आपके हाथ को खूद न छोड़ दे।”
[ तिर्मिजी: ३४४२ ]
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