Home iftar Roza Kholne ki Dua "इफ़्तारी के बाद ये दुआ पढ़ना सुन्नत हैं" Mera DeenIslam March 25, 2023 Leave a Reply "इफ़्तारी के बाद ये दुआ पढ़ना सुन्नत हैं""ज़हबज़ - ज़मा वब तल्लतिल उठक व सबतल - अजक इंशा अल्लाह""प्यास ख़त्म हो गई, रगे तर हो गई और रोज़े का सवाब इन्शा अल्लाह पक्का हो गया।"[सुनन अबु दावूद: 2357] Tags: iftar Roza Kholne ki Dua Previous Post रोजेदार के लिए दो खुशियां है जिससे वह खुश होता है Next Post ताज़ा खजूर , छुवारा या पानी से रोजा इफ्तार करना मसनून है Mera DeenIslam Related Posts"रोज़ा किस चीज़ से इफ्तार करना चाहिए" रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फरमाया"जब तुम में से कोई रोज़े से हो तो… Read Moreताज़ा खजूर , छुवारा या पानी से रोजा इफ्तार करना मसनून है " ताज़ा खजूर , छुवारा या पानी से रोजा इफ्तार करना मस… Read More"इफ़्तारी के बाद ये दुआ पढ़ना सुन्नत हैं" "इफ़्तारी के बाद ये दुआ पढ़ना सुन्नत हैं""ज़हबज़ - ज़मा वब… Read MoreIftaar ki Dua Iftaar Ke Waqt Dua Na Mangne Walo Ki Misaal Us Mazdoor Jai… Read More
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