Saturday, March 25, 2023

"इफ़्तारी के बाद ये दुआ पढ़ना सुन्नत हैं"




"इफ़्तारी के बाद ये दुआ पढ़ना सुन्नत हैं"

"ज़हबज़ - ज़मा वब तल्लतिल उठक व सबतल - अजक इंशा अल्लाह"

"प्यास ख़त्म हो गई, रगे तर हो गई और रोज़े का सवाब इन्शा अल्लाह पक्का हो गया।"

[सुनन अबु दावूद: 2357]



Previous Post
Next Post

0 Comments: