Sunday, March 10, 2024

बाप राज़ी तो रब राज़ी



रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया 
" रब की रज़ा वालिद की रज़ा में है और रब की नाराज़गी वालिद की नाराज़गी में है ।"

(सुनन तिर्मीज़ी 1899)
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