फ़र्ज़ नमाज़ होते वक्त नमाज़ पढ़ना
रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फरमाया:
जब नमाज़ के लिए इक़ामत कही जाए तो फ़र्ज़ नमाज़ के सिवा कोई नमाज़ नहीं होती।
The Prophet (ﷺ) Said
When the prayer commences then there is no prayer (valid), but the obligatory prayer.
Sahih Muslim#710
0 Comments: