कुर्बानी
नबी करीम (ﷺ) ने फ़रमाया , जिस शख्स को कुर्बानी की ताक़त हो और वोह कुर्बानी ना करे, तो वो हमारी ईदगाह के क़रीब ना भटके।
[इब्ने माजा #3123]
जानवर ज़िबाह करते वक़्त की दुआ "बिस्मिल्लाही अल्लाहु अकबर"
[सहीह मुस्लिम #5088]
जिसके पास जानवर हो ज़िबाह करने के लिए और ज़िल हिज़्जा का चाँद नज़र आ जाए तो अपने बाल ना कटवाए और ना नाख़ून तराशे जब तक कुर्बानी ना कर ले।
[सहीह मुस्लिम #5121]
ना उनके गोश्त अल्लाह को पहुँचते हैं, और ना ख़ून; मगर उसे तुम्हारा तक़वा पहुँचता है।
[अल कुरान # 22:37]
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