Tuesday, January 3, 2023

हकीकत




हक़ीकत (REALITY)


इनसान चाहे जितना हक़ीक़त से मुँह मोड़ना चाहे पर हक़ीक़त यही है कि :
आख़िरकार हर एक शख़्स को मौत का मज़ा चखना है और तुम सब (अपने कर्मों का) पूरा-पूरा बदला क़ियामत (प्रलय) के दिन पानेवाले हो । 
क़ुरआन - 3:185

Every soul will taste death. And you will only receive your full reward on the Day of Judgment.



Previous Post
Next Post

0 Comments: