रसूल अल्लाह ने फरमाया:
"मेरी उम्मत के लोगों में उस वक़्त तक ख़ैर बाक़ी रहेगा जब तक वो इफ़्तार में जल्दी करते रहेंगे, क्योंकि यहूद व नसारा इफ़्तार करने में ताख़ीर करते है । "
Sunnan e Abu Dawood Hadees No 2353
Note:- इफ़्तार में देरी नही करनी चाहिए बल्कि जैसे ही सूरज डूब जाए फौरन रोज़ा खोल लेना चाहिए, इसी में उम्मत की ख़ैर और भलाई है..
क्योंकि नबी ने इफ्तार में जल्दी करने का हुक्म दिया है, आपके यहाँ कैलेंडर है या Mobile App है जिससे इफ्तार के सही वक़्त का पता चल जाता है तो अज़ान सुनने तक रुकना नहीं चाहिए, नबी सफर में थे और सूरज गुरुब हो गया तो आप ने रोज़ा खोला फिर अज़ान देने को कहा..
ये यहूदी और ईसाई का तरीका है कि वो रोज़ा खोलने में बहुत ज़्यादा एहतियात करते हैं और देरी करते हैं।
0 Comments: