हज़रत आइशा रज़ि अल्लाहु अन्हा फ़रमाती है : मैन पूछा ! ये अल्लाह के रसूल अगर मुझे ये मालूम हो जाये के कौन सा रात लैलतुल क़द्र है तो मैं उस रात में क्या कहूँ ?
अल्लाह के रसूल (ﷺ) फ़रमाया : - ये कहो : {Allahumma innaka " affuwwun tuhibbul ' afwa fa'fu ' anni}
" ऐ अल्लाह तू बड़ा माफ करने वाला है , माफ़ करने को पसंद करता है , बस मुझे माफ़ करदे "
Jam e Tirmizi Hadees No 3513
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